दान और सेवा: सूर्य के लिए दान देना और सेवा करना भी ग्रह दोष को कम करने में मदद कर सकता है। तांबे के बर्तन, गेहूँ, गुड़, सुर्य मंदिर में दान देना इनमें से कुछ हैं।
रत्नों का धारण: सूर्य के लिए पुश्य रत्न यानी माणिक्य, रुबी या सूर्यमणि का धारण करना भी किया जा सकता है।
ज्योतिष के मुताबिक, सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है. ग्रह दोष दूर करने के लिए कुछ उपाय ये हैं:-
रोज़ाना स्नान के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं.
तुलसी को जल चढ़ाएं और 11 बार परिक्रमा करें.
रविवार के दिन किसी गरीब को काले कंबल का दान करें.
चंद्र ग्रह दोष दूर करने के लिए सोमवार को भगवान शिव की पूजा करें. साथ ही सफ़ेद चंदन या भस्म का तिलक लगाएं.
मंगल ग्रह को मज़बूत करने के लिए सूर्य को जल में गुड़ डालकर अर्घ्य दें.
बुध ग्रह के लिए बकरी को दान करें.
गुरु ग्रह के लिए केसर का तिलक लगाएं और सोने की चेन पहनें.
शुक्र ग्रह को मज़बूत करने के लिए चावल और दूध का दान करें. इसके अलावा, मखाने और चावल से बनी खीर का सेवन करें.
रात को दूध का सेवन न करें.
जल और दूध को ग्रहण करते समय चांदी के पात्र का इस्तेमाल करें.
सोमवार के दिन शमशान या अस्पताल में प्याऊ लगवाएं.
सोमवार के दिन अपने दाहिने हाथ से चावल और चांदी का दान करें.
अमावस्या तिथि को पीपल के पेड़ की पूजा करें और जल चढ़ाएं.
मन्त्र जप: विशेष रूप से सूर्य के लिए मन्त्र जप करना माना जाता है कि यह ग्रह दोष को कम कर सकता है। “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः” इस प्रकार के मन्त्र का जप किया जा सकता है।
सूर्य पूजा: रोज़ाना सूर्य पूजा करना, सूर्य देव को जल अर्पित करना और उनकी आराधना करना भी ग्रह दोष को दूर करने में मदद कर सकता है।
मन की शांति: योग और ध्यान के माध्यम से मन को शांति और स्थिरता में लाना भी ग्रहों के प्रभाव को कम कर सकता है।